वतन वापसी की राह देख रहे दो दर्जन नेपाली छात्र-छात्राएं

कुशीनगर:कोरोनामहामारीकेचलतेविश्वभरमेंकठिनदुश्वारीझेलरहेलोगोंकीकतारमेंछात्रगोपालवछात्राप्रतिमाकेसाथलगभगदोदर्जनविदेशीहैं।नेपालकेयहछात्रकुशीनगरमेंएकसंस्थानमेंप्रशिक्षणप्राप्तकररहेथे।लॉकडाउनकेबादहालतसामान्यहोनेकेइंतजारमेंउनकेपासमौजूदखाद्यसामग्रीवपैसाभीसमाप्तहोगयाहै।अबवतनवापसीकीअनुमतिमिलभीरहीहैतोमकानकाभाड़ाचुकतानहींकरसकनेकेकारणवहघरनहींजापारहेहैं।

लगभगछहमाहपूर्व100कीसंख्यामेंनेपालीछात्र-छात्राएंसंस्थानमेंप्रशिक्षणप्राप्तकरनेआएथे।बुद्धनगरीकेविभिन्नमकानोंमेंभाड़ेपररहरहेइनमेंलगभग80अपनासामानकमरेमेंहीछोड़चुपकेसेस्वदेशरवानाहोगएहैं।बाकीबचेछात्रोंमेंसेकुछफास्टफूडआदिबेचकरभरण-पोषणकररहेहैंतोकुछरोजगारकीतलाशमेंहैं।कुछदिनपूर्वइनछात्रोंनेविधायकरजनीकांतमणित्रिपाठीसेमुलाकातकरअपनीव्यथाभीसुनाईथी।नेपालीछात्र-छात्राओंकीस्थितिसेप्रशासनवाकिफहै।उन्हेंभोजनकेलिएखाद्यान्नमुहैयाकरायाजारहाहै।कुछस्वदेशवापसहोगएहैंजोबचेहैंउन्हेंहरतरहकासहयोगकियाजाएगा।

देशदीपकसिंह,एसडीएम,कसया