मेरठ,जेएनएन।आनलाइनपढ़ाईहोनेपरभीआफलाइनवालेतमामशुल्कस्कूलोंमेंलिएजानेकेविरुद्धअभिभावकोंकाविरोधआखिरकामआया।इससालछात्रोंऔरअभिभावकोंकोऐसेतमामशुल्कमेंछूटमिलगईहै,जोआमतौरपरआफलाइनस्कूलचलनेपरहीलगतेहैं।शासननेइससत्र2021-22मेंभीस्कूलोंकीफीसवृद्धिपररोकलगादीहै।स्कूलोंमेंपिछलेसालकीहीतरहसत्र2019-20कीफीसदहीलीजाएगी।यदिस्कूलोंमेंफीसबढ़ोतरीकरफीसलीजाचुकीहै।वहअतिरिक्तशुल्ककोआगामीमहीनोंकीफीसमेंसमायोजितकरेंगे।
परीक्षानखेलशुल्कलगेगा
फीसनबढ़ानेकेसाथइससत्रमेंभौतिकरूपसेआफलाइनपरीक्षानहोनेतकपरीक्षाशुल्कभीछात्रोंसेनहींलीजाएगी।इसतरहस्कूलबंदरहनेकीअवधितकक्रीड़ाशुल्क,विज्ञान,प्रयोगशाला,लाइब्रेरी,कंप्यूटर,वार्षिकसमारोहआदिसेसंबंधितगतिविधियांनहींहोरहीहैं।इसलिएइनकेशुल्कभीनहींलिएजाएंगे।साथहीपिछलेसालकीतरहइससालभीपरिवहनशुल्कछात्रोंनेनहींलियाजाएगा।अभिभावकोंसेतीनकीबजायएकमहीनेकीशुल्कलीजाएगी।जिनकेपरिवारमेंकोविडमरीजहैंऔरयदिकिसीमहीनेमेंफीसदेनेमेंतोउन्हेंआगामीमहीनोंमेंकिश्तमेंदेनेकीसुविधादीजाए।इसकेसाथहीस्कूलशिक्षकोंवकर्मचारियोंकोवेतनदेनाभीसुनिश्चितकरें।
फीसनहींबढ़ाएंगे,परकर्मचारियोंकीवेतनवृद्धिकैसेदेंगे
फीसऔरशुल्कआदिपरप्रदेशसरकारकेनिर्णयकास्वागतसभीस्कूलोंनेकियाहै।लेकिनइसकेसाथदोसालबिनास्कूलफीसबढ़ाएवेतनवृद्धिसहितअन्यव्यवस्थाकोकिसप्रकारसेआगेबढ़ाएंगे,इसपरचिताव्यक्तकीहै।स्कूलसंगठनोंकाकहनाहैकिबहुतसेस्कूलपिछलेसालबंदहोचुके।कईइससालभीबंदहोजाएंगे।ट्रांसपोर्टशुल्कनहींलियागयालेकिनबसचालकोंवकंडक्टरकेवेतनसेलेकरबसोंपरसभीकरदेनेपड़रहेहैं।इनमेंकोईभीछूटस्कूलोंकोनहींदीगईहै।स्कूलोंकोआधीफीसमिलीहैखर्चपूराकरनापड़रहाहै।इनबिदुओंपरस्कूलोंकीहैचिता
-ट्रांसपोर्टशुल्कनहींलेरहे,लेकिनड्राइवर,कंडक्टर,सुपरवाइजरकावेतन,रोडटैक्स,परमिटफीस,फिटनेसफीस,इंश्योरेंस,मेंटनेंस,डिप्रीसिएशनकैसेपूराहोगा।इनमेंकोईछूटनहींहै।
-फीसनहींबढ़ेगीलेकिन10फीसदसेअधिकबढ़रहीमहंगाईमेंस्कूलबिनाकिसीअनुदानकोकर्मचारियोंकोवेतनवृद्धिकैसेकरेंगे।दिसंबर2019मेंए-4पेपरकाजोबंडल110रुपयेकाथावहअब177रुपयेकाहै।
-स्कूलोंकेपासबड़ाइंफ्रास्ट्रक्टरऔरकार्यबलअधिकहै।इसकाखर्चकहींज्यादाहोताहैे।सत्र2019-20कीफीसमेंजरूरतमंदोंकोफीसमेंछूट,स्कूलछोड़नेवाले,फीसनदेनेवालोंकोदेखखर्चभीकिसीतरहपूराहोरहाहै।
सरकारकेआदेशपरबहुतसेसवालहैंजिनपरशुक्रवारकोकांफेडेरेशनआफइंडिपेंडेंटस्कूल्ससेजुड़े23जिलोंके1,300स्कूलोंकेप्रतिनिधिचर्चाकरेंगेऔरआगेकीरणनीतिबनाएंगे।
-राहुलकेसरवानी,सचिव,कांफेडेरेशनआफइंडिपेंडेंटस्कूल्स
-आर्थिकसंकटस्कूलोंपरभीहै।कईछोटेस्कूलबंदहोगएतोकईबंदहोनेकीकगारपरहैं।फीसनबढ़नेपरयदिअभिभावकजिम्मेदारीसेफीसजमाकराएंतोस्कूलोंकीमददहोसकेगी।
-कवलजीतसिंह,अध्यक्ष,आलइंडियास्कूललीडर्सएसोसिएशन
-पिछलेसालभीबहुतसेशिक्षकोंनेआत्महत्याकरलीलेकिनसरकारनेउनकीपरेशानियोंपरकोईसुनवाईनहींकी।पिछलेसालकीबहुतज्यादाफीसअभीभीस्कूलोंकोनहींमिलीहै।सरकारजिसतरहउद्योगकोआर्थिकमदददेरहीहैउसीतरहस्कूलोंकोभीदेनाचाहिए।
-डा.कर्मेंद्रसिंह,चेयरमैन,मेरठस्कूलसहोदयकाम्प्लेक्समेरठमहान
-पिछलेसालसेनफीसबढ़ीहैनहीट्रांसपोर्टशुल्कलियाजारहाहै।सरकारनेवेतनदेतेरहनेकाआदेशतोदेदियाहैलेकिनउसकेलिएफीसआनाकैसेसुनिश्चितहोगायहनहींबतायागयाहै।
-गोपालदीक्षित,प्रिसिपल,बीडीएसइंटरनेशनलस्कूल
-संकटकेसमयमेंइसआदेशकापालनकरहमअभिभावकोंकोभीराहतदेनेकीपूरीकोशिशकरेंगे।अभिभावकोंसेभीसहयोगकीआशाहैकिवहभीसमयसेफीसजमाकरातेरहेंजिससेस्कूलसंचालनमेंकोईपरेशानीनहो।
-रिचाशर्मा,सलाहकार,एमपीएसग्रुप