नईदिल्ली[वीकेशुक्ला]। अगरआपसेपूछेंकिलालकिलाकहांहै?तोआपकाजवाबशायदयहीहोगाकिलालकिलाचांदनीचौककेसामनेबनाहै,जिसेशाहजहांने1648मेंबनवायाथा,अगरऐसासोचरहेहैंतोआपकायहजवाबबिल्कुलगलतहै।दरअसल,दिल्लीमेंइससेपहलेभीएकलालकिलाथाजोशाहजहांकेलालकिलासेकरीब600सालपहलेबनाथा।इसकानामथालालकोट,लेकिनइसेलालकिलाकेनामसेजानाजाताथा।
कालांतरमेंयहलालकिलाढहगयायाढहादियागया,मगरइसकिलाकीदीवारेंअभीभीदक्षिणीदिल्लीमेंकईस्थानोंपरमिलतीहैं।इसेतोमरराजाअनंगपालद्वितीय(1051-1081)नेबनवायाथाऔरयहींसेअपनाशासनचलायाथा।इन्हेंसंरक्षितकिएजानेकीमांगउठरहीहै।जिसतरहसेकेंद्रसरकारसक्रियहुईहैइससेमानाजारहाहैकिजल्दहीअनंगतालऔरइनराजाद्वाराबनवाएगएइसकिलाकीदीवारोंकोसंरक्षितकियाजासकेगा।
कहांहैयहलालकिलायालालकोट
संजयवनकेभीतरआजएकदीवारबचीहैजिसेलालकिलायालालकोटकीदीवारकहाजाताहै,यहदिल्लीकोसुरक्षितरखनेकेलिएपहलीबारकिलेबंदीकाभीसबूतदेतीहै।हालांकिइसेदेखनेकेलिएसंजयवनकेबीचसेहोकरजायाजासकताहैक्योंकिदीवारकाबहुतथोडासाहिस्साअबदेखनेकोमिलताहै।इसकेअलावासाकेतमेट्रोस्टेशनकेपासभीकिलारायपिथौराकेसाथइसलालकिलाकीदीवारोंकेहिस्सेमिलतेहैं।कहाजाताहैकिविग्रहराजचौहाननेतोमरोंकोहराकरलालकोटकेकिलेपरकब्जाकियाऔरपृथ्वीराजचौहानगद्दीपरबैठेतोउन्होंनेकिलारायपिथौराबनवातेसमयलालकोटकोअपनीपरिधिमेंलेलियाथा।
कईऐतिहासिकघटनाओंकासाक्षीभीलालकोटकाकिलारहा
कईऐतिहासिकघटनाओंकासाक्षीभीलालकोटकाकिलारहाहै।कभीइसकिलेमेंप्रवेशकेलिएचारदरवाजेथे।पश्चिमीद्वारकानामरंजीतद्वारथाजिसेबादमेंगजनीद्वारकहाजानेलगा।प्रख्यातपुरातत्वविदडाबीआरमणिकहतेहैंकिविजयकेबादमुस्लिमसेनानेइसीरंजीतद्वारसेनगरमेंप्रवेशकियाथा।हालांकिअबइसदरवाजेकेमात्रअवशेषहीबचेहैं।वहकहतेहैंकिअनंगपालतोमरद्वितीयकेनगरकाजिक्रपृथ्वीराजरासौमेंभीमिलताहै।
पृथ्वीराजरासौमेंचंदबरदाईनेइसेखूबसूरतकिले,झीलों,मंदिरोंकानगरकहाहैजहांकिप्रजाबहुतखुशहालथी।वहकहतेहैंकिउन्होंनेइन्हींसबबातोंकोदेखतेहुए1992मेंसंजयवनमेंखोदाईशुरूकराईथी,मकसदयहीथाकिइसकीसच्चाईसेपरदाउठायाजासके।जिसमेंइसकिलाकीदीवारें,दरवाजेऔरअनंगपालद्वाराबनवाएगएअनंगतालऔरमहलकेप्रमाणमिलेहैं।
अनंगपालकेवंशजमथुराकेपासखुटैलमेंरहेतोमरराजाअनंगपालपरशोधकररहेसंयुक्तराज्यअमेरिकाकेवाशिंगटनडीसीमेंरहरहेअजयसिंहकहतेहैंकितोमरवंश736ईसवीमेंशुरूहुआ,अनंगपालइसवंशके16वेंराजाथे,लालकोटयालालकिलाकोउन्होंने1051मेंबनवानेकाकामशुरूकियाथा।
1081मेंउनकानिधनहोगया।उनकेआठपुत्रथेजोबादमेंमथुराकेपासखुटैलमेंअलगअलगकिलाबनाकरजाबसे।उनकिलोंकेटीलेआजभीवहांमौजूदहैं।खुटैलवंशअपनीआराध्यकुलदेवीमंशादेवीकीपूजाकरताचलाआरहाहै।देवीकेमंदिरकेद्वारपरआजभीराजाअनंगपालकीप्रतिमालगीहै।जिसमेंवहदेवीकेसामनेहाथजोड़ेखड़ेहैं।राष्ट्रीयसंस्मारकप्राधिकरणकेचेयरमैनतरुणविजयनेअनंगतालऔरइसलालकिलाकीबचीहुईदीवारोंकोसंरक्षितकरनेकोसंरक्षितकिएजानेकीमांगकीहै।
वहकहतेहैंकियहदुर्भाग्यहैकिजिनराजाअनंगपालनेइसशहरकोनामदियाऔरबसाया,इनप्रतापीराजाकोदिल्लीवालोंनेभुलादिया।उनकाकहनाहैकिहिंदूराजाद्वाराबसाईगईदिल्लीकोदोबारालोगोंकेजेहनमेंजिंदाकरनाहै।अनंगतालऔरलालकोटयालालकिलाकीदीवारकोराष्ट्रीयस्मारकघोषितकरपर्यटनस्थलोंमेंशामिलकरनेकीकोशिशकीजारहीहै।