पिता की पेंशन और एक मकान पर कब्जे के लिए रिश्ते हो गए तार-तार, पढ़िए दोहरी हत्या की पूरी कहानी

गाजियाबाद,[आशुतोषगुप्ता]।आठसालपहलेमरचुकेपिताकीमात्रनौहजाररुपयेकीपेंशनकोलेकरपरिवारमेंचलरहेविवादमेंदोलोगोंकीहत्याहोगई।बम्हैटामेंमां-बेटेकीहत्यानेरिश्तोंकोतार-तारकरदिया।यहदोहरीहत्याएकप्लॉटऔरमहजनौहजाररुपयेकीपेंशनपानेकेपीछेहोगई।आरोपितोंनेदादीऔरपोतोंकेरिश्तोंकेसाथचाचा-भतीजेकेरिश्तेपरभीकालिखपोतदी।पुलिसनेघटनामेंएकआरोपितकोतोगिरफ्तारकरलियाहैजबकिमुख्यआरोपितअभीपुलिसकीपकड़सेदूरहै।

मृतकाकेबहूवबेटेकेविरोधाभासीबयानोंसेपुलिसकाशकघटनाकीरातहीपोतोंपरगहरागयाथा।हालांकिजोशकथावहसहीसाबितहुआ।दरअसलजबरविवारकीरातपुलिससूचनाकेबादघटनास्थलपरपहुंचीऔरजांचकीतोमौकेपरमृतकवृद्धाकाबड़ाबेटासुंदरऔरसुंदरकेताऊकाबेटाकल्लूमिले।पुलिसनेपरिवारकेअन्यसदस्योंकेबारेमेंजानकारीकीतोसुंदरनेबतायाकिउनकीबेटीपूजामायकेआईहुईहैऔरदोबेटेअभिषेकवहिमांशुशामकोगौतमबुद्धनगरकेसरफाबादनिवासीनानाकेचलेगए।

जबकिसुंदरकीपत्नीनेपुलिसकोबतायाकिहिमांशुपिछलेतीनदिनसेघरनहींआयाहैऔरअभिषेकभीकहींकामसेगयाहुआहै।हिमांशुएकट्रांसपोर्टपरगाड़ीचलानेकेसाथप्रॉपर्टीकाकारोबारकरताहैऔरअभिषेकभैंसोंकीदेखरेखकेसाथउनकादूधसप्लाईकरताहै।नरेंद्रकीअभीशादीनहींहुईथी।पिताकीमृत्युकेबादसेवहमांकेसाथदूसरेमकानमेंरहरहाथा।पिताकीमृत्युकेबादसेहीनरेंद्रकीबड़ेभाईसेनहींबनतीथी।जांचमेंआयाहैकिनरेंद्रगांजेकानशाकरताथा।नशेकीहालतमेंवहभाई-भाभीवपरिवारकेअन्यसदस्योंसेगाली-गलौचकरताथा।इसकेचलतेउसकीपिछलेकाफीदिनोंसेभाईसुंदरसेबोलचालबंदथी।इसकोलेकरनरेंद्रसेपरिवारकेसदस्यखुशनहींरहतेथे।

मांदेतीथीनरेंद्रकासाथ

नरेंद्रकी38सालकीउम्रहोचुकीथीलेकिनउसनेशादीनहींकीथी।उसकीशादीकेलिएकईरिश्तेभीआएथेलेकिनछविखराबहोनेकेकारणसभीरिश्तेवापसलौटजातेथे।इसकेबावजूदवहअपनीमांकालाडलाथा।यहीकारणथाकिवहपिताकीपेंशननरेंद्रकोसौंपदेतीथी।बड़ाभाईसुंदरवउसकेबेटेहिमांशुवअभिषेकइसकाविरोधकरतेथे।आरोपितजिसमकानमेंनरेंद्ररहरहाथाउसेकब्जानाचाहतेथेलेकिननरेंद्रनेस्पष्टकरदियाथाकिवहइसमकानकोकिसीभीसूरतमेंनहींदेगा।इसकेचलतेआरोपितउससेरंजिशमानतेथे।हिमांशुवअभिषेकहत्यातोनरेंद्रकीकरनाचाहतेथेलेकिनउन्होंनेदादीकेनरेंद्रकापक्षलेनेऔरसाक्ष्यमिटानेकेलिएउनकीभीहत्याकरदी।