न तो रोजगार के न ही यातायात के बेहतर संसाधन

जागरणसंवाददाता,फर्रुखाबाद:शहरकेमोहल्लाबागकूंचामेंदोपहरके12बजकर50मिनटहोरहेहैं।मोहल्लेकेलोगधूपमेंबैठेचुनावीचर्चामेंमशगूलहैं।इसीदौरानयातायातकीबातचलउठी।लोगबोलेकिफर्रुखाबादसेलंबीरूटकीट्रेनेंतकनहींहैं।सालोंसेइसकीकीमांगचलीआरहीहै,लेकिनकोईसुननेवालानहीं।दिल्लीरूटपरएकमात्रकालिदीएक्सप्रेसहीचलरहीहै।कुछलोगरोजगारकामुद्दाछेड़तेहुएबोलेकिकंपिलमेंएकमात्रकताईमिलथी,जिसेआजतककोईचालूनहींकरवापाया।रोजगारनहोनेसेलोगबाहरनौकरीकीतलाशमेंजारहेहैं।

सुबोधशुक्ल,आकाशकुमारवलक्कीगुप्तानेकहाकिफर्रुखाबादहमेशासेउपेक्षाकाशिकाररहा।राष्ट्रपति,विदेशमंत्री,ऊर्जामंत्रीतकजिलेकोमिले,लेकिनविकासकेनामपरकुछनहींहै।दिल्लीकेलिएएकमात्रकालिदीएक्सप्रेसहै।सालोंसेदिल्लीरूटपरकालिदीकेअलावाअन्यट्रेनचलवाएजानेकीमांगउठाईजाचुकी,मगरहुआकुछनहीं।संजीवमिश्र,अर्चितमिश्र,अमितसक्सेनानेसमर्थनकरतेहुएबोलेकिअधिकतरव्यापारदिल्लीसेहीहोताहै।दिल्लीकेलिएसिर्फएकट्रेनहोनेसेदिक्कतहोतीहै।साप्ताहिकआनंदबिहारएक्सप्रेसभीबंदकरदीगई।धर्मेंद्रगुप्तावअतुलनेआगरा-कोलकाताएक्सप्रेसकास्टापेजइलाहाबादमेंकरवाएजानेकीबातकही।अरुणकुमारवसंजीवगुप्ताबेरोजगारीपरबोलपड़े।कहाकिवर्ष1983मेंकंपिलमेंकताईमिलचालूहुईथी,लोगोंकोरोजगारमिलाथा।अबमिलबंदहै,जिसेकोईजनप्रतिनिधिशुरूकरानेकीजहमतनहींउठारहाहै।शहरमेंजामकीसमस्यासेभीनिजातनहींमिलपारहीहै।ई-रिक्शावबड़ेवाहनोंकारूटनिर्धारितकियाजाए।प्रत्याशीऐसाहोनाचाहिए,जोजनताकेबीचजाकरउनकीसमस्याकोसमझेऔरनिस्तारणकराए।