मंदार पर्वत से नशामुक्ति का संदेश लेकर जा रहे सफाधर्मावलंबी

संसू,बाराहाट(बांका):कोरोनाबंदिशोंकेबादभीसफाधर्मावलंबियोंभीड़मंदारमेंलगरहीहै।गुरुवारकोनेपालसहितझारखंड,बंगालसहितविभिन्नप्रांतोंसेसफाधर्मावलंबीमंदारपहुंचे।इसदौरानइनकीनिश्चलआस्थाकेआगेकोरोनासंक्रमणभीबोनीसाबितहोतेदिखी।इसकड़ाकेकीठंडमेंभीऐतिहासिकपापहरणीसरोवरमेंस्नानकरनेकेबादमंदारपर्वतशिखरकेतलहटीमेंबनेकुनबेमेंअपनेइष्टदेवभगवानशिवऔरश्रीरामकीआराधनामेंलीनदिखे।इसदौरानआराध्यदेवकीपूजा-अर्चनाकरपर्वतवंदनाएवंपर्वतपरिक्रमाकिया।वनवासियोंकीगुरुमातारेखाहेंब्रमनेबतायाकियहांपहुंचनेवालेलोगोंकोनशामुक्तिकासंदेशदियाजारहाहै।सभीलोगइसमंत्रीकोसाकारकरलौटरहेहैं।शुक्रवारकोइसकीभीड़कमहोगी।

कोरोनाकेकारणसफाधर्ममंदिरमेंतालालगाहुआहै।वटवृक्षकेनीचेसफाधर्मकेअनुयायीपूजाअर्चनाकररहेहैं।वहांपरमौजूदतथाधर्मकेश्रद्धालुओंनेबतायाकिवेलोगतीर्थस्थलीहैऔरसालमेंएकबारहीआतेहैं।इसीलिएवहमंदारपर्वतकेदर्शनकरनेआएहैं।वनवासियोंकीगुरुमातारेखाहेंब्रमनेबतायाकिकाफीकमसंख्यामेंइसवर्षलोगआएहैंऔरपूजाकरपुन:वापसजारहेहैं।बतायाकीसंक्रमणकोलेकरलोगोंकोअपनेघरोंमेंहीपूजाअर्चनाकरनेकीअपीलकीजारहीहै।इधर,नेपालसेभी18सदस्योंकादलमंदारपहुंचगयाहै।शुक्रवारकीसुबहयहांसेविदाहोंगे।

जानकारीहोकिपहलेयहांलाखोंकीसंख्यामेंलोगआतेथे,लेकिनदोसालसेकोरोनाकीवजहसेकाफीकमसंख्यामेंश्रद्धालुआरहेहैंऔरआस्थाकीडुबकीलगाकरवापसजारहेहैं।