मानवाधिकार आयोग ने दिव्यांग युवक से मारपीट के मामले में पुलिस अधिकारी पर लगाया 20 हजार का जुर्माना

उदयपुर,संवादसूत्र।राजस्थानराज्यमानवाधिकारआयोगकेअध्यक्षजस्टिसगोपालकृष्णव्यासनेबांसवाड़ामेंपंचरकीदुकानचलानेवालेविकलांगयुवककेसाथलॉकडाउनकेदौरानकीगईमारपीटकेमामलेमेंप्रथमदृष्टयापुलिसअधिकारीकोदोषीमानतेहुएउसपर20हजाररुपयेकाजुर्मानालगानेकीअनुशंषाकीहै।सोमवारकोउदयपुरसर्किटहाउसमेंआयोजितकैम्पकोर्टमेंप्रकरणकानिस्तारणकरतेहुएजस्टिसव्यासनेराज्यकेपुलिसमहानिदेशकएमएललाठरकोआरोपीपुलिसनिरीक्षकरतनसिंहकोपरकार्रवाईकरनेऔरपीडि़तदिव्यांकगयुवककोपुलिसअधिकारीकेवेतनसे20हजाररुपयेकाहर्जानादिलवानेकीअनुशंसाकी।एकअन्यप्रकरणकानिस्तारणकरतेहुएजस्टिसव्यासनेअधिकारियोंकोसंयमबरतनेकीसलाहदी।

घटनातीसअप्रेल2021कीथी।उसदिनबांसवाड़ाकेभागाकोटनिवासीकमलेशबैरागीलिओचौराहेस्थितअपनीदुकानपरपंचरनिकालनेकाकार्यकररहाथा।पुलिसकीगाड़ीआईऔरबिनाकिसीवजहकेउसकेसाथपुलिसवालोंनेउसकेसाथलाठीसेमारपीटकी।जिसनेबतायाकिउनमेंसेएकपुलिसअधिकारीथाऔरउसकेकन्धेपरतीनस्टारलगेहुएथे।पीडि़तयुवकनेइसकीशिकायतराजस्थानराज्यमानवाधिकारआयोगसेकीथी।जिसपरमानवाधिकारआयोगनेतत्कालीनथानाधिकारीपुलिसथानासदररतनसिंहकोप्रथमदृष्टयादोषीमानाऔरउसकेबादबांसवाड़ापुलिसअधीक्षकनेरतनसिंहकोथानाधिकारीपदसेमुक्तकरतेहुएउसेपुलिसलाइनभेजदियाऔरउसकेखिलाफविभागीयजांचजारीहै।

मानवाधिकारआयोगअध्यक्षनेकिया20प्रकरणोंकानिस्तारण

उदयपुरमेंआयोजितकैम्पकोर्टमेंसोमवारको43प्रकरणोंकोरखागया।इनमेंपुलिस,नगरनिगम,मेडिकल,स्मार्टसिटी,एवीवीएनएल,उच्चशिक्षा,सामाजिकन्यायएवंअधिकारितासहितअन्यविभागोंकेप्रकरणशामिलथे।आयोगअध्यक्षजस्टिसव्यासनेलगभगदोघंटेतकचलीकैम्पकोर्टमें20प्रकरणोंकानिस्तारणकिया।कैम्पकोर्टकेबादआयोगअध्यक्षनेजनसुनवाईभीकी।इसदौरानराजस्थानराज्यमानवाधिकारआयोगकेरजिस्ट्रारओमीपुरोहित,जिलाकलक्टरचेतनदेवड़ा,एसपीडॉ.राजीवपचार,नगरनिगमआयुक्तहिम्मतसिंहबारहठ,स्मार्टसिटीसीईओनीलाभसक्सेना,एडीएम(सिटी)अशोककुमार,एडिशनलएसपीगोपालस्वरूपमेवाड़ा,सामाजिकन्यायएवंअधिकारिताविभागकेउपनिदेशकमान्धातासिंहराणावत,सीएमएचओडॉ.दिनेशखराड़ीसहितअन्यविभागोंकेअधिकारीउपस्थितथे।

अबऑनलाइनदेखसकतेहैंशिकायतपरक्याकार्रवाईहुई

राजस्थानराज्यमानवाधिकारआयोगकेअध्यक्षजस्टिसगोपालकृष्णव्यासनेबतायाकिआयोगकोप्राप्तहोनेवालीशिकायतोंकीऑनलाइनमॉनीटरिंगकीजारहीहै।इसकेलिएहालहीआयोगनेवेबसाइटपरएकनयालिंकशुरूकियाहै,जिसपरक्लिककरकेपरिवादीअपनाकेसनंबर,रसीदनंबर,पीडि़तकानाम,ईमेलयाफोननंबरइनमेंसेकिसीभीएककीजानकारीप्रविष्टकरअपनेलंबितप्रकरणकेबारेमेंसूचनाप्राप्तकरसकताहै।