लोगों को पसंद आ रहा मोहनियां का तिलकुट

कैमूर।मकरसंक्रांतिकोलेतिलकुटकाबाजारगर्महै।इसदिनतिलकादानएवंतिलकुटऔरतिलवाखानेकीपरंपराहै।तिलकुटबनानेमेंमोहनियांभीआगेनिकलगयाहै।यहांकातिलकुटलोगोंकोखूबपसंदआरहाहै।मोहनियांकेमुन्नासाहनीकेतिलकुटकेलोगमुरीदहैं।वैसेतोइसव्यवसायकेतरफअन्यलोगभीआगेबढ़रहेहैं।दुकानोंकीसंख्यातेजीसेबढ़रहीहै।लोगतिलकुलकेकारोबारमेंभविष्यतलाशरहेहैं।पहलेलोगोंकागयाकातिलकुलपसंदआताथा।लेकिनधीरेधीरेइसव्यवसायमेंकैमूरजिलाभीमजबूतीकेसाथआगेबढ़रहाहै।अच्छीक्वालिटीकेकारणमोहनियांकातिलकुटलोगोंकोआकर्षितकररहाहै।डाकबंगलाकेसामनेजिलामुख्यालयकोजानेवालीसड़ककेपूरबहरवर्षदिसंबरमाहसेमुन्नासाहनीकातिलकुटबननाशुरूहोजाताहै।इसकारोबारमेंपरिवारकेपांचलोगशामिलहैं।मुन्नासाहनीकेअलावाउनकेपुत्रनगीनासाहनी,मोतीसाहनीऔरहीरासाहनीकारोबारमेंहाथबटातेहैं।नगीनासाहनीवमोतीसाहनीपढ़ाईकेसाथ-साथइसकारोबारमेंअपनेपिताकाहाथबटातेहैं।शामकोहीरासाहनीप्रतिदिनमुंडेश्वरीगेटकेबगलमेंठेलेपरतिलकुटबेचतेहैं।मुन्नासाहनीसेतिलकुटभंडारमेंमुलाकातहोतीहै।वेतिलकुटबनानेमेंपूरीतन्मयतासेजुटेथे।

कैसेबनताहैतिलकुट-

उन्होंनेबतायाकिप्रतिदिनकरीब70से80किलोतिलकुटकीबिक्रीहोतीहै।पांचकिलोचीनीकीचासनीमेंआठकिलोतिलमिलाकरदोघंटेकीमेहनतसेतिलकुटतैयारकियाजाताहै।चासनीतैयारहोनेकेबादउसेठंडाकरतारकीतरहखींचाजाताहै।फिरकड़ाहीमेंडालकरतिलकेसाथमिलाकरकूटाजाताहै।उन्होंनेबतायाकिवे1985सेतिलकुटकेकारोबारमेंजुटेहैं।व्यवसायमेंपूरापरिवारशामिलरहताहै।उनकेपुत्रभीइसीव्यवसायकोपसंदकररहेहैं।दूसरेजगहरोजीरोटीकीतलाशमेंनहींजानाहै।

तिलमहंगाहोनेसेकारोबारप्रभावित-

मुन्नासाहनीनेबतायाकितिलमंहगाहोनेकेकारणव्यवसायप्रभावितहोरहाहै।पिछलेवर्षकीअपेक्षाइसवर्षतिलकीकीमतमेंप्रति¨क्वटलतीनसौरुपयेकीबढ़ोतरीहुईहै।लेकिनग्राहकोंकाख्यालरखतेहुएतिलकुटकादामनहींबढ़ायागयाहै।खोएकातिलकुटदोसौरुपयेवसामान्यतिलकुट180रुपएकिलोबिकरहाहै।पिछलेवर्षभीतिलकुटकीयहीकीमतथी।

कानपुरकीतिलसेबनातिलकुटपसंदकररहेग्राहक-

मुन्नासाहनीनेबतायाकिकानपुरकीतिलअच्छीहोतीहै।गुड़काभीतिलकुटबनताहै।इसकीभीमांगबढ़ीहै।जिसेग्राहककाफीपसंदकरतेहैं।31वर्षोंसेवेतिलकुटकेव्यवसायसेजुड़ेहैं।महंगाईलगातारबढ़तीजारहीहै।इसकेबावजूदउन्होंनेगुणवत्तासेकोईसमझौतानहींकियाहै।यहीकारणहैकिग्राहकउनकेतिलकुटकोकाफीपसंदकरतेहैं।मकरसंक्रांतिकोलेकरनगरमेंजगहजगहतिलकुट,चूड़ा,लाईइत्यादिकीदुकानेभीसजीहैं।जहांसेलोगसामानोंकीखरीददारीकररहेहैं।

अनुमंडलअस्पतालमोहनियांकेचिकित्सकरविशंकरशर्मानेबतायाकिआयुर्वेदचिकित्सामेंतिलकाकाफीमहत्वहै।जाड़ेकेमौसममेंतिलकासेवनलाभकारीहोताहै।बहुतलोगचिकित्सककीसलाहसेप्रतिदिनतिलकासेवनकरतेहैं।तिलकासेवनकरनेसेठंडसेराहतमिलतीहै।यहीनहींकईरोगोंकेउपचारमेंभीतिलकासेवनकाफीलाभकारीहोताहै।