कोर्ट के फैसले के बाद BJP की सलाह, कहा- संविधान पर क्रैश कोर्स करें केजरीवाल

दिल्लीसरकारऔरराज्यपालकेबीचअधिकारोंकेविवादकोदिल्लीहाईकोर्टकाफैसलाआनेकेबादबीजेपीनेकेजरीवालपरनिशानासाधाहै.दिल्लीबीजेपीकेअध्यक्षसतीशउपाध्यायनेकहाकिअबअरविंदकेजरीवालकोहाईकोर्टकेफैसलेकेबाददिल्लीकीजनतासेकिएवादोंपरध्यानदेनाचाहिए.अबउन्हेंविपश्यनाकीनहीं,बल्किसंवैधानिकव्यवस्थाओंकीजानकारीकेलिए10दिनकाक्रैशकोर्सकरनाचाहिए.

कोर्टनेएलजीकोबतायासंवैधानिकप्रमुख

राज्यसरकारऔरउपराज्यपालकेबीचअधिकारोंपरहुएविवादकोलेकरहाईकोर्टनेअहमफैसलासुनाया.कोर्टनेदिल्लीमेंएलजीकोसंवैधानिकप्रमुखबतायाऔरदिल्लीसरकारसेकहाहैकिवोबिनाएलजीकीमंजूरीकेकोईकानूननहींबनासकतीऔरनहीकोईनीतिगतफैसलालेसकतीहै.इधरकेजरीवालकोकोर्टमेंहारमिली,तोबीजेपीनेभीउन्हेंनसीहतदेनेमेंदेरीनहींकी.

'सरकारकोईवनमैनशिफनहीं'

दिल्लीविधानसभामेंविपक्षकेनेताविजेंद्रगुप्तानेकेजरीवालपरनिशानासाधतेहुएकहा,'हाईकोर्टकेफैसलेसेसाफहोगयाहैकिसरकारकोई'वनमैनशिफ'नहींहै,बल्कियेकेंद्रऔरराज्यसरकारकेतालमेलसेचलतीहै.'उन्होंनेलगेहाथोंकेजरीवालकोसलाहभीदेडालीकिअबवोनईशुरुआतकरेंऔरकेंद्रकेसहयोगसेदिल्लीकेविकासकेलिएकामकरें.

राज्य-केंद्रकेबीचडेढ़सालसेचलरहाथाटकराव

दिल्लीमेंपिछलेडेढ़सालसेराज्यऔरकेंद्रसरकारकेबीचटकरावकीस्थितिबनीहुईथी.एसीबी,दिल्लीपुलिसऔरजमीनसेजु़ड़ेमामलोंकेसाथहीतमामकानूनोंमेंबदलावकेमुद्देपरदिल्लीसरकारकाकेंद्रकेसाथविवादचलरहाथा.साथहीदिल्लीमेंअफसरोंकेट्रांसफर,पोस्टिंगकोलेकरभीकेंद्रऔरदिल्लीसरकारकईबारआमने-सामनेआचुकीहै.इसीकेचलतेपिछलेसाथकेंद्रसरकारनेदिल्लीमेंएलजीकीकानूनीस्थितिस्पष्टकरतेहुएउनकेअधिकारोंकाबयानकरनेवालाएकनोटिफिकेशनजारीकियाथा,जिसेदिल्लीसरकारनेकोर्टमेंचुनौतीदीथी.

जांचआयोगकाहुआगठन

इसकेबादजबदिल्लीसरकारनेतमामघटनाओंकोलेकरजांचआयोगकागठनकियाऔरविधानसभामेंकईकानूनोंकासंशोधनकराया,तोइनकीकानूनीवैधतापरभीसवालउठेथे.ऐसेकरीब10सेज्यादामामलोंमेंहाईकोर्टमेंयाचिकाएंलगाईगईथीं.इनसभीपरएकसाथसुनवाईकरतेहुएदिल्लीहाईकोर्टकाफैसलाआया.

क्याहैविपश्यना?

बतादें,अरविंदकेजरीवालइनदिनों10दिनकेनिजीदौरेपरधर्मशालामेंहैं,जहांवोविपश्यनाकैंपमेंहिस्सालेंगे.विपश्यनाआत्मनिरीक्षणद्वाराआत्मशुद्धिकीएकपुरानीसाधनाविधिहै.जोजैसाहै,उसेठीकवैसाहीदेखना-समझनाविपश्यनाहै.लगभग2500सालपहलेभगवानगौतमबुद्धनेविलुप्तहुईइसपद्धतिकापुन:अनुसंधानकरइसेसार्वजनीनरोगकेसार्वजनीनइलाजऔरजीवनजीनेकीकलाकेरूपमेंप्रोत्साहितकियाथा.