कोरोना के कारण यहां 30 हजार बच्चे छोड़ चुके हैं स्कूल, जानिए सरकारी आंकड़े का दावा

मधेपुरा[सुकेशराणा]।सोमवारसेपूरेजिलेमेंबच्चोंकेनामांकनकेलिएप्रवेशोत्वसशुरूहोरहाहै।इसदौरानविद्यालयसेबच्चोंकोजोडऩेकेलिएविविधकार्यक्रमशुरूकियाजाएगा,लेकिनविभागकेलिएड्रापआउटबच्चोंयानीबीचसत्रमेंपढ़ाईछोडऩेवालेऔरस्कूलनजानेवालेबच्चोंकोफिरसेस्कूलसेजोडऩाचुनौतीहोगी।

खासकरकोरोनाकेबीचलगभग11महीनेबच्चोंकोस्कूलसेदूररहनाबड़ीबातहै।यद्यपिडीईओकादावाहैकिविभिन्नस्तरोंसेअभियानचलानेकेबादज्यादासेज्यादाबच्चेस्कूलसेजुड़जाएंगे,लेकिनकोरोनाकेबादखुलनेवालेस्कूलकेआंकड़ेकोदेखाजाएतोस्थितिकाफीङ्क्षचताजनकहै।ऐसेमेंड्रापआउटकोस्कूलसेजोडऩाविभागकेलिएबड़ीचुनौतीहोगी।

मालूमहोकिविभागीयआकड़ोंमेंवर्तमानसमयमेंड्रापआउटबच्चोंकीसंख्यालगभगछहहजारकेआंकड़ोंकेआसपासहै,लेकिनहकीकतहैकिलगभग30हजारसेज्यादाबच्चेअभीस्कूलसेदूरहैं।ऐसीस्थितिमेंकहाजासकताहैकिदोअप्रैलसेशुरूहोरहेनएशैक्षिकसत्रमेंड्रापआउटबच्चोंकोस्कूलमेंदाखिलादिलानाऔरउन्हेंलगातारस्कूलभेजनाकिसीचुनौतीसेकमनहींहोगी।शिक्षाविभागसेजुड़ेअधिकारियोंकीमानेंतो2020-21मेंछहहजारबच्चेड्रापआउटथे।जबकिइससत्रकाडाटाअभीखुदविभागकेपासनहींहै।

कोरोनानेबच्चोंकीछीनलीसुनहरेसपने

कोरोनानेबच्चोंकेसुनहरेसपनोंकोछीनलिया।इसबातसेशिक्षाविभागकेअधिकारीभीसहमतहैं।शिक्षाविदहीराकुमारङ्क्षसहकहतेहैंकिविगतएकदशकमेंग्रामीणक्षेत्रमेंखुलनेवालेनिजीविद्यालयआर्थिकरूपसेकमजोरबच्चोंकेलिएवरदानसाबितहोरहाहै।अभिभावककमखर्चमेंअपनेबच्चोंकोनिजीविद्यालयमेंपढ़ाकरबड़ेसपनेसजोरहेथे।शहरसेसटेभर्राहीकेएकनिजीस्कूलमेंपढ़ारहेसजनसाहकहतेहैंकिदोसौसेतीनरुपयेमेंट्यूशनफी,प्राइवेटटीचरमिलाकर500-600मेंबच्चेआरामसेपढ़रहेथे।लेकिनकोरोनानेसबकुछतहस-नहसकरदिया।अबजबकोरोनाकेबादस्कूलखुलेहैंतोतोफीसकाफीबढ़ाहै।ऐसेमेंसरकारीस्कूलमेंपढ़ानेकेअलावाऔरकोईविकल्पनहींहै।इसीमझधारमेंअपनेबच्चोंकोकहींभीनामांकननहींकरवापारहेहैं।यहहालतकेवलसजनसाहकानहींहैबल्किपूरेजिलेकेसुदूरक्षेत्रमेंरहनेवालेलोगोंकीयहीस्थितिहै।रानीपट््टीकेबब्लूदासकहतेहैंकिलॉकडानसेपहलेपरिवारकेगरीबबच्चेगांवकेहीनिजीस्कूलमेंपढ़रहेथे।लेकिनअबपैसेकेअभावमेंनहींजारहेहैं।उनकाकहनाहैकिसरकारीस्कूलमेंभेजनेकाकोईमतलबहीनहींहै।इससेबेहतरतोघरोंमेंहोमट््यूशनपढ़ानाज्यादाबेहतरहै।

आठमार्चसेचलेगाजागरूकताअभियान

कोईभीबच्चास्कूलजानेसेवंचितनरहनेपाएइसकेलिएआठमार्चसे20मार्चतकनामांकनअभियानचलेगा।इसकीजागरूकताकेलिएसाइकिलरैली,प्रभातफेरीसमेतविविधकार्यक्रमकाआयोजनहोगा।इसअभियानकीसफलताकेलिएजनशिक्षानिदेशालयसेलेकरआइसीडीएसवजीविकातकसेमददलीजाएगी।इसकेअलावागांव-गांवरैलीकेमाध्यमसेबच्चोंऔरअभिभावकोंकोशिक्षाकेप्रतिजागरूककियाजाएगा।इसकेसाथहीशिक्षकोंकोनिर्देशहैकिवेअभिभावकोंकेसाथबैठककरज्यादासेज्यादानामांकनकरें।

नामांकनकेलिएविशेषअभियानकेसाथहमलोगड्रापआउटबच्चोंकोजोडऩेकेलिएतकनीकीमामलेकाअध्ययनकरेंगे,जहांकमीहोगी,उसेसुधारनेकाकामहोगा।-गिरिशकुमार,डीपीओ,एसएसए,मधेपुरा