महराजगंज:आमतौरपरसरकारीविद्यालयोंकेप्रतिलोगोंकीधारणाआजभीनकारात्मकहीहै,लेकिननौतनवाकस्बास्थितमाडलप्राथमिकस्कूलकोदेखकरलोगोंकीसोचबदलजाएगी।कक्षमेंबैठकरखेल-खेलमेंपढ़ाईकरतेछोटे-छोटेबच्चे।कारपेटतथासाफ-सुथराशौचालय,पेयजलकीसमुचितव्यवस्था।प्रत्येककक्षाकीदीवारोंपरलिखेगएज्ञानवर्धकसंदेश।ऐसीव्यवस्थादेखसरकारीविद्यालयोंकेप्रतिसकारात्मकसोचबननालाजिमीहै।
नगरपालिकानौतनवाकेलोहियानगरवार्डमेंस्थितमाडलप्राइमरीस्कूलमेंकक्षाएकसेपांचतक260बच्चेपंजीकृतहैं।2018-19मेंमाडलप्राथमिकविद्यालयबना,इसकेपहलेप्राथमिकविद्यालयथा।जिसमें67बच्चेपंजीकृतथे।जिसमेंसे20-30बच्चेहीस्कूलआतेथे।प्रधानाध्यापकशिवशंकरमद्धेशियानेजबसेकार्यभारसंभाला,तबसेविद्यालयकीसूरतबदलगई।चटाईपरबच्चेबैठकरपढ़तेथेकारपेटलगवायागया।शुक्रवारको9:35बजेजागरणटीमविद्यालयमेंपहुंचीतोबच्चेअपने-अपनेकक्षामेंपढ़रहेथे।कक्षामेंपहुंचतेहीबच्चेगुडमार्निंगकहतेहुएखड़ेहोगए।प्रार्थनासुबहसवेरेलेकरतेरानामप्रभुतथाअंग्रेजीमेंहमहोंगेकामयाबसेशुरुआतहोतीहै।
प्रधानाध्यापकशिवशंकरमद्धेशियाबच्चोंकोउत्तरप्रदेशपर्यटकमानचित्रसेएक-एकबच्चोंकोबुलाकरस्थानकानामपूछरहेथे।हमारेयहांअभिभावकअवकाशपत्रदेकरबच्चोंकीछुट्टीमांगतेहैं।विद्यालयमेंपांचसहायकअध्यापकतथाएकशिक्षामित्रहैं।उन्होंनेबतायाबेंचकेलिएलिखागयाहैऔरजोअभीकमियांहैंउससेदूरकरनेमेंलगेहैं।