जागरणसंवाददाता,नूंह:
अबस्कूलोंमेंअगरछात्र-छात्राओंकोकिसीप्रकारकीदिक्कतआतीहैवोसुझावपेटीकेजरियेवोअपनीसमस्यावतकलीफअभिभावकवअध्यापकवजिलाबालसंरक्षणअधिकारीतकपहुंचासकतेहैं।इसकेलिएउपायुक्तअशोकशर्मानेजिलाबालसंरक्षणअधिकारीआबिदहुसैनकोसख्तीसेआदेशदिएहैंकिवोजिलाशिक्षाअधिकारीकेसाथमिलकरजिलेकेसभीस्कूलोंमेंसुझावपेटीलगवानासुनिश्चितकरें।इसमेंकिसीप्रकारकीकोताहीबर्दाश्तनहींकीजाएगी।
बतादें,किआएदिनस्कूलवअन्यशैक्षणिकसंस्थानोंमेंमासूमोंकेसाथतरह-तरहकीघटनाएंघटरहीहैं।कईबारछात्रअपनीबातअपनेअध्यापकवमां-बापसेनहींकहपातेहैंऔरवोलगातारशोषणकेशिकारहोतेरहतेहैं।ऐसेछात्रअपनेविचारवसमस्याएंजिलाप्रशासनवस्कूलप्रशासनतकपहुंचासकेइसकेलिएचाइल्डवेलफेयरकमेटीकीबैठकमेंउपायुक्तनेसभीस्कूलोंमेंसुझावपेटीलगानेकेआदेशजारीकिएहैं।जिलाप्रशासनकेइसकदमकोबालशोषणरोकनेकीकड़ीवबच्चोंद्वाराअपनीबातकहनेकाअच्छातरीकामानाजारहाहै।उम्मीदहैकिउपायुक्तकेआदेशकेबादजल्दहीइसपरअमलहोगा।उपायुक्तनेसाफकहाहैकिइसकेलिएअगरपैसेकीकहींकमीआतीहैतोसंबंधितअधिकारीउन्हेंबताएं।
स्कूलोंमेंसुझावपेटीजरूरीहैं।इसकेजरियेछात्रअपनीबातकोस्वतंत्ररूपसेप्रशासनकेसामनेरखसकताहै।जल्दहीजिलेकेस्कूलोंमेंउन्हेंलगायाजाएगा।
अशोकशर्मा,डीसीनूंह।