जागरण प्रभाव : बीस साल बाद बेटियों की बदौलत बेटों को भी नसीब हुई बस

-कुंजिया,रईया,फहेपुरीकेसैंकड़ोंबच्चोंकाबरबादनहींहोगादिनमेंकईघंटेकासमय

-बेटियांबोलीदैनिकजागरणकादिलसेधन्यवाद,अबनहींछूटेगीकिसीभीबच्चेकीपढ़ाई

-ग्रामीणोंवअध्यापकोंनेभीजतायादैनिकजागरणकाआभार

-बसकेइंतजारमेंछुट्टीसेपहलेहीखुशीकेमारेस्कूलसेबाहरआगयाथास्टाफ

मुकेशशर्मा,झज्जर:15जुलाई,वारशनिवारकोझज्जरकेअंतर्गतआनेवालेहसनपुरगांवकेस्कूलमेंदोपहरकेसमयपहुंचीरोडवेजबसनेतीनगांवोंकेविद्यार्थियोंकोखाससौगातदीहै।कुंजिया,रईयावफतेहपुरीकाबेटाहोयाबेटीउन्हेंपढ़नेकेलिएनहीपैदलस्कूलआनापड़ेगाऔरनहीजानजोखिममेंकिसीअन्यवाहनकीसहायतालेनीपड़ेगी।बेटियोंकेस्कूलमेंआनेववापसपैदलवट्रैक्टरआदिकेपीछेलटककरजानजोखिममेंडालतेहुएनहींपहुंचनापड़ेगा।शुक्रवारकोदैनिकजागरणकीतरफसेचारकिलोमीटरपैदलचलकरहसनपुरगांवकेस्कूलमेंपढ़नेकेलिएआनेवालीछात्राओंकेमुद्देकोउठायाथा।इसकाअसरयहरहाकीइससमाचारकीगूंजएकहीदिनमेंचंडीगढ़मेंगूंजीऔरइसपरपरिवहनविभागकीमहानिदेशकअनितायादवनेकड़ासंज्ञानलेतेहुएविभागकेमहाप्रबंधककोबसभेजनेकेआदेशदिए।इसपरत्वरितकार्रवाईकाअसरयहरहाकिशनिवारकोछात्राओंकोबससुविधामुहैयाकरवादीगईहै।करीबबीससालबादविद्यार्थियोंकोबससुविधामिलनेपरस्कूलस्टाफ,ग्रामीणोंवबच्चोंकेचेहरेखिलउठेऔरकहाकिदैनिकजागरणकादिलसेधन्यवाद।उन्होंनेकहाकिदैनिकजागरणनेयहएकपुण्यकाकामकियाहै।इससेबड़ीसमाजसेवाऔरक्याहोगीकिकरीबचारकिलोमीटरपैदलचलकरस्कूलआनेवइतनीहीदूरीपरदोपहरकेसमयचिलचिलातीधूपकेअंदरमासूमबच्चोंकोवापसघरलौटनापड़ताहोऔरअबवबच्चेबसमेंस्कूलआएंगेवजाएंगेतोउनकाकईघंटेकासमयबचेगाजिसमेंवेपढ़ाईकरसकेंगे।अगरबससुविधाबच्चोंकोमिलतीरहीतोस्कूलमेंबच्चोंकीसंख्याऔरअधिकबढ़ेगी।

आजदैनिकजागरणनेरचदियाइतिहास:

परिवहनविभागकीबससुबह7:45बजेकुंजियागांवसेहसनपुरगांवकेलिएचलेगी।बच्चोंकोस्कूलछोड़नेकेबादबसवापसझज्जरपहुंचेगी।वहींदोपहरबाद2:30बजेस्कूलकेसामनेपहुंचेगीऔरबच्चोंकोगांवमेंछाड़नेकेबादशाहंजापुरसेहोतीहुईवापसझज्जरआएगी।शनिवारकोदोपहरढाईबजेजबबसस्कूलकेसामनेपहुंचीतोपहलेसभीछात्राएंबसमेंबैठीऔरबसमेंबैठनेकेबादखुशीसेहाथहिलातेहुएदैनिकजागरणकाआभारजताया।जबस्कूलस्टाफकोइसबातकापताचलाकीबच्चोंकेलिएपरिवहनविभागकीबसआरहीतोस्कूलस्टाफबसकेआनेसेपहलेहीखुशीकेमारेस्कूलसेबाहरआगयाथा।जबविभागकेचालकसोमबीरबसलेकरस्कूलकेसामनेपहुंचेतोस्टाफवग्रामीणोंनेकहाकिआजतोदैनिकजागरणनेइतिहासरचदिया।

1966मेंहुईथीस्कूलकीस्थापना:हसनपुरगांवमेंवर्ष1966मेंस्कूलकीस्थापनाहुईथी।उसकेबाद1991से1993केबीचस्कूलकेनएभवनकानिर्माणहुआथा।वर्ष1997मेंस्कूलकादर्जाबढ़ाकरवरिष्ठमाध्यमिकविद्यालयबनादियागयाथा।उसकेबादसेआसपासकेगांवोंविद्यार्थीइसस्कूलमेंपैदलआकरशिक्षाग्रहणकरतेथे।रईयावकुंजियागांवमेंआठवींतककेस्कूलहैं।आठवींपासकरनेकेबादबच्चोंकोबारहवींतककीशिक्षाग्रहणकरनेकेलिएहसनपुरकेस्कूलमेंआनापड़ताहै।इतनेलंबेअंतरालकेबादपहलीबारबच्चोंकोएकबहुतबड़ीसुविधामुहैयाहोपाईहै।

हमनेसपनेमेंभीनहींसोचाथाबसमेंबैठकरस्कूलपढ़नेकेलिएजाएंगे:कुंजियागांवनिवासीछात्राहिमांशी,निशा,सोनियां,निधि,अंजलि,सुषमाआदिनेकहाकिउन्होंनेसपनेमेंभीनहींसोचाथाकिवेइसप्रकाररोडवेजकीबसमेंबैठकरपढ़नेकेलिएजाएंगी।वेतोहररोजपैदलयाकिसीट्रैक्टरआदिकेपीछेलटककरस्कूलआतीथीऔरघरवापसजातीथी।आजउन्हेंबहुतबड़ीसुविधावखुशीमिलीहै।उनकाकहनाहैकिअबवेऔरअधिकमनलगाकरपढ़ाईकरेंगी।अबउनकोपढ़ाईकरनेकेलिएऔरअधिकसमयमिलजाएगा।

कईसालसेपरेशानथीछात्राएं:

हसनपुरगांवकेराजकीयवरिष्ठमाध्यमिकविद्यालयकीछात्राओंनेकहाथाकिगांवसेसुबहकरीबसाढ़ेआठबजेरोडवेजकीबसआतीहै।वहभीउन्हेंबैठाकरनहींलातीहै।दोपहरकेसमयउनकेस्कूलकीछुट्टीहोनेसेपहलेहीबसचलीजातीहै।ऐसीस्थितिमेंवेकोईट्रैक्टरआदिकोईगांवकीतरफजानेवालावाहनमिलजाताहैतोउसमेंलटकरकरघरपहुंचजातीहैंअन्यथाचारकिलोमीटरसुबहवचारकिलोमीटरदोपहरकोपैदलचलकरघरसेस्कूलवस्कूलसेघरआतेजातेहैं।जबिकहसनपुरस्कूलकेप्राध्यापकजगबीर¨सहकाकहनाहैकिकुंजियावरईयागांवसेआनेवालेविद्यार्थियोंकेबसपासबनवाएजारहेहैं।125विद्यार्थियोंकेबसपासबनवानेकेलिएपरिवहनविभागकोभेजेगएहैं।लड़कियोंकेफ्रीबसपासहोंगे।जबकिलड़कोंकेनियमानुसारपैसेजमाकरवाएजारहेहैं।

दैनिकजागरणकीवजहसेआजबहुतबड़ीकामयाबीमिलीहै।छात्राएंअबसुरक्षितउनकेघरतकपहुंचजाएंगी।स्कूलकीछुट्टीकेबाद¨चतालगीरहतीथीकीछात्राएंकिसतरहसेदोपहरकेसमयघरपहुंचतीहोगी।इसकेलिएविद्यार्थियोंवस्टाफकीतरफसेदैनिकजागरणकाआभारजतातेहैं।

-भूषणकुमार,प्राचार्य,राजकीयवरिष्ठमाध्यमिकविद्यालय,हसनपुर।

शनिवारसेस्कूलकेसमयपरबससेवाछात्राओंकोउपलब्धकरवादीगईहै।अबबच्चोंकोस्कूलआनेजानेमेंपरेशानीकासामनानहींकरनापड़ेगा।इसरूटपरपहलेसेचलनेवालीबसकासमयपरिवर्तनकरकेस्कूलकेसमयपरकियाजारहाहै।

-राहुलजैन,महाप्रबंधकहरियाणारोडवेज,झज्जर।

दैनिकजागरणबहुतसराहनीयकार्यकियाहै।सोमवारकोइसखुशीमेंदैनिकजागरणकाआभारजतातेहुएबच्चोंकोमिठाईभीपंचायतकीतरफसेबांटीजाएगी।

-तेजपाल¨सह,सरपंचकविताकेपति,कुंजियागांव।