डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा जिला, कैसे हो इलाज

लखीमपुर:बीतेकईसालसेपूराजिलाडॉक्टरोंकीकमीसेजूझरहाहै।हालातयेहैंकिकईबारप्राथमिकस्वास्थ्यकेंद्रोंपरभीतालालगामिलताहै।जिलेमेंसीएमओकेदेखरेखमें191केसापेक्षसिर्फ96डॉक्टरहैं।जिलेमेंपचासीजूनियरऔर16सीनियरडॉक्टरोंकेपदखालीहैं।इसकेचलतेग्रामीणक्षेत्रोंमेंमरीजोंकोइलाजमिलपानेमेंकठिनाईहोतीहै।जिलामुख्यालयपरभागनाउनकीमजबूरीहै।जिलेमेंबढ़तीजनसंख्याकेसापेक्षडॉक्टरोंकीकमीआजतकपूरीनहींहोसकी।करीब40लाखसेभीज्यादाजनसंख्यावालाजिलाअभीतकडॉक्टरोंकीकमीसेनहींजूझरहाहै।पूरेजिलेमेंकुल15सामुदायिकऔर54प्राथमिकस्वास्थ्यकेंद्रहैं।इसकेअलावा386उपकेंद्रहैं,जहांएनमकार्यकरतीहैं।तीनएफआरयूयानीप्रथमसंदर्भनइकाईहैं।जिलेमेंजो96डॉक्टरसीएमओकेमातहतकार्यकररहेहैं,इसमेंसेएकप्रशिक्षणकेलिएगएहुएबताएजातेहैं।इसकेअलावाकुल95पदरिक्तहैं।इसकेअतिरिक्तपचासीजूनियरऔर16सीनियरचिकित्सकोंकीभीकमीहै।मुख्यचिकित्साधिकारीडॉ.मनोजअग्रवालकाकहनाहैकिहरमहीनेशासनकोजानेवालीरिपोर्टमेंचिकित्सकोंकीकमीकेबारेमेंबतायाजाताहै,लेकिनअभीतककुछमिलनहींसकाहै।इतनाहीनहींचंदरोजपहलेजिलेमेंआईप्रभारीमंत्रीगुलाबदेवीसेभीचिकित्सकोंकीकमीकेबारेमेंकहागयाउन्होंनेभीरटा-रटायाजवाबदेकरपल्लाझाड़लियाकिदेखेंगीशासनस्तरसेक्याहोसकताहै,लेकिनबड़ासवालकियाहैकिआखिरजनताकोग्रामीणक्षेत्रोंमेंइलाजकैसेमुहैय्याहो।क्योंकिबीतेकईसालसेचिकित्सकोंकीकमीपूरीनहींहोसकीऔरशासनप्रशासनभीकोईकारगरकदमउठानहींसका।