डायबिटीज से बचा सकती है जागरूकता: डा. विनय

संवादसहयोगी,झुमरीतिलैया(कोडरमा):रोटरीक्लबआफकोडरमाऔरइनरव्हीलक्लबआफकोडरमानेरोटरीभवनकेसभागारमेंस्वस्थजीवनशैलीजीनेकेलिएडायबिटीजजागरूकताकैंपलगाया।मुख्यअतिथिरांचीसेआएमधुमेहविशेषज्ञडा.विनयकुमारढाढणियानेवहांपरआएमधुमेहरोगियोंकीजांचकीऔरउन्हेंआवश्यकपरामर्शदिया।

डा.विनयनेकहाकिआजदेशमेंकोविडऔरडायबिटीजसुनामीकीतरहचलरहाहै।पूर्वकीपोलियोबीमारीकीतरहदेशमेंडायबिटीजकीबीमारीभीबढ़तीजारहीहै।पहलेबड़ीउम्रकेलोगोंकोडायबिटीजकीबीमारीहोतीथी,परंतुआजकलछोटीउम्रकेलोगोंमेंभी,बच्चोंकोभीयहबीमारीहोरहीहै।इसपरकंट्रोलकरनाजरूरीहै।डायबिटीजसेधीरे-धीरेकईपरेशानीहोतीहै।जागरूकताकीकमीकेकारणडायबिटीजपेशेंटकोकोरोनाकेसमयज्यादानुकसानउठानापड़ाहै।गलतखानपानऔरजागरूकताकेअभावमेंडायबिटीजहोनेपरमरीजकीकिडनी,आंखेंखराबहोजातीहैं।हृदयरोगऔरकैंसरजैसेरोगभीहोरहेहैं।मरीजकोबहुतबादमेंइसरोगकापताचलताहैकिउन्हेंडायबिटीजहै।शारीरिकमेहनतनहींकरनेसेभीडायबिटीजहोताहै।बार-बारपेशाबहोना,हमेशाथकानमहसूसकरना,घावकाठीकनहींहोना,शरीरकाज्यादावजनीहोना,मानसिकपरेशानी,फैमिलीहिस्ट्रीडायबिटीजकेकारणहै।उन्होंनेकहाकिजागरूकताहीबचावहै।रांचीसेआएटेक्निीशियनमहेंद्रकुमारनेजांचशिविरमेंसहयोगदिया।अध्यक्षरितुसेठनेस्वागतसंबोधनकिया।मुख्यअतिथिऔरमंचपरबैठेसभीलोगोंनेदीपप्रज्वलनकिया।कार्यक्रमकेपीडीरोटेरियनमहेशदारूकानेमुख्यअतिथिकोबुकेदेकरस्वागतकिया।रोटरीआईहास्पिटलकीडा.संगीताप्रसादकोभीबुकेदेकरसम्मानितकियागया।रोटरीकेपूर्वअध्यक्षदुर्गाप्रसाददारूकाकीपुण्यस्मृतिमेंकार्यक्रमकियागया।मंचसंचालनइनरव्हीलआइपीपीदीपालीभदानीनेकिया।मुख्यअतिथिकापरिचयरोटेरियनअजयअग्रवालनेदिया।इनरव्हीलकीअध्यक्षमालादारुकानेभीसंबोधितकिया।धन्यवादज्ञापनरोटरीसचिवनवीनजैननेकिया।इसमौकेपरपूर्वअध्यक्षरोटेरियनसुरेशजैन,कैलाशचौधरी,जयकुमारगंगवाल,कुमारपुजारा,रोटेरियनकमलसेठी,सुरेशशेट्टी,पवनदारूका,अग्रवालसमाजकेअध्यक्षविश्वनाथदारूका,धर्मेंद्रप्रसाद,अश्विनीराजगढि़या,संदीपसिन्हा,रोहितकुमार,अमरकुमार,विकाससेठ,नवीनआर्य,इनरव्हीलकीसचिवआशागुप्ता,आरतीआर्य,संतोषचौधरी,अमरजीतकौर,रितुतर्वे,कंचनभदानी,वीणाभदानी,सुधीरकुमारआदिमौजूदथे।