लखनऊ, जेएनएन।CoronavirusLockDown4News:कहनेकोतोराजधानीकीसीमाओंकोसीलकियागयाथा,लेकिनमजदूरोंकीमजबूरीइन्हेंदिनभरतोड़तीरही।सीमाएंसीलकरनेकामकसदथाकिश्रमिकोंकोरोककरउन्हेंबसोंसेगंतव्यतकरवानाकियाजासके,लेकिनसीमापरमुस्तैदरविवाररातसेपुलिसकर्मीढीलेपड़गएऔरट्रकोंसे हीश्रमिकोंकोजानेकीअनुमतिदेतेरहे।यहसिलसिलासोमवारकोभीजारीरहा।
सोमवारकोविभिन्नप्रदेशोंसेआनेवालेश्रमिकोंकोपुलिसनेराजधानीकीसीमापरनहींरोका।उन्नावसीमा,आगराएक्सप्रेव-वे,हरदोईरोडऔररायबरेलीरोडसेट्रकोंमेंबैठकरश्रमिकआतेदिखे।अयोध्यारोडपरट्रकोंकीलाइनलगीथी,जिसमेंश्रमिकासवारथे।बैंगलुरुसेश्रमिकोंकोलेकरआरहेट्रकचालकराजेशनेबतायाकिझांसीमेंएकजगहपुलिसनेउन्हेंरोकाथा।श्रमिकोंकोरातमेंखाना-भोजनऔरपानीउपलब्धकरानेकेबादउन्हेंफिरसेरवानाकरदियागया।कानपुररोडकेरास्तेदोट्रकपरसवारमजदूरराजधानीमेंप्रवेशकिएऔरफिरगोरखपुरकेलिएरवानाहोगए।
उधर,आगराएक्सप्रेस-वेकेटोलप्लाजापरभीसोमवारकोव्यवस्थाबदहालरही।पुलिसकीलापरवाहीसेआसानीसेट्रक,कंटेनर,हाफडालावअन्यसाधनोंसेप्रवासीश्रमिकटोलप्लाजापारकरतेरहे।वहांपुलिसमौजूदरही,लेकिनकिसीनेउसतरफध्याननहींदिया।वहींलखनऊसेसटेहरदोईबॉर्डरपरस्थितरहीमाबादचौकीकेपास बैरिकेडिंगकरपुलिसमुस्तैददिखी।यहांप्रवासीमजदूरोंकोट्रकऔरअन्यसाधनोंसेउतारकरबसोंसेशकुन्तलामिश्रविश्वविद्यालयमोहनरोडपरभेजाजारहाहै।पाराआगराएक्सप्रेस-वेवमोहानरोडपरबसोंसेजारहेप्रवासीमजदूरोंकोबीतीरातमहालक्ष्मीसेवासमितिनेभोजनवबिस्किटकेपैकेटवपानीकीबोतलवितरितकिया।उधर,सीतापुरकीसीमापरपुलिसमुस्तैदरही।वहींलखनऊ-इलाहाबादहाईवेपरश्रमिकोंकोनिगोहांगांवकेयुवकोंनेराहतसामग्रीबांटी।
गांवसेमंगाईसाइकिलऔरचलदिएघरकीओर
सीतापुररोडपरपैदलयासाइकिलसेचलनेवालोंकीसंख्यासोमवारकोनकेबराबरदिखी।इसरूटपरभीअप्रवासीआतेरहे,लखनऊमेंकामकरतेहैंऔरपूर्वांचलकीओरजारहेथे।बिसवांजारहेचेतरामऔरउसकेछोटेभाईआकाशदोपहरकरीबएकबजेसीतापुररोडमड़ियांवकेपाससेगुजररहेथे।चेतरामनेबतायाकिवहमसालापीसनेकाकामकरतेथे।कामबंदहुआहै।काफीसमयसेफंसेहैं।मैंनेआजगांवसेछोटेभाईसेसाइकिलमंगवाईहै।चेतरामकेछोटेभाईनेबतायाकिवहसुबहछहबजेसाइकिललेकरबिसवांसेचलाथा।11बजेलखनऊआगया।उसनेबतायाकि12बजेदोपहरमेंवहबड़ेभाईकोलेकरनिकलेहैं।शामपांचबजेतकबिसवांपहुंचजाएंगे।चेतरामनेबतायाकामधंधाबचानहींहै।साधनकोईथानहींतोभाईसेसाइकिलमंगवालीऔरघरकीओरचलदिए।गांवमेंहीअबकुछकामकियाजाएगा।
वहीं,अहिमामऊनिवासीओमकारयादवगाजियाबादकेइंदिरापुरममेंकपड़ेप्रेसकरनेकाकामकरतेहैं।लॉकडाउनमेंलोगोंनेकपड़ेदेनेसेइनकारकरदिया।शुरुआतमेंओमकारकोउम्मीदथीलॉकडाउनखुलेगा।मगरजबलॉकडाउनबढ़तागयाऔरखाने-पीनेतककेलालेपड़नेलगेतोउन्होंनेघरवापसीकीठानली।इसकेबादपत्नीकेसाथसाइकिलसेकरीब15दिनपहलेगांवकेलिएनिकलेथे।सफरकेदौरानओंकारकोकाफीपरेशानियोंकासामनाकरनापड़ा।सोमवारकोजबवहआलमबागपहुंचेतोउनमेंएकआशाथीकीशामतकवहअपनेगांवपहुंचजाएंगे।
मजदूरोंकीकुछऐसीमजबूरियां:
अंतिमसांसगिनरहापति,पत्नीपैदलजारहीघर
मूलरूपसेआजमगढ़निवासीयोगेंद्रप्रसाददिल्लीमेंरहकरकपड़ेकीसिलाईकाकामकरतेथे।शराबपीनेकीवजहसेउनकेलीवरखराबहोगए।छहमहीनेसेआजमगढ़आकरअपनाउपचारकरवारहेथे।कुछदिनोंसेयोगेंद्रप्रसादकीतबियतइतनीबिगड़गईकिउन्होंनेखानाहीछोड़दियाहै।दोबेटीऔरदोबेटोंकीमांमीनापतियोगेंद्रकोदेखनेकेलिएपैदलहीदिल्लीसेचलपड़ी।मीनालखनऊकेशहीदपथपहुंचीतोआगेकेसफरकेलिएएकपेड़कीछांवमेंबैठकरसाधनकाइंतजारकरतीदिखीं।
आठदिनमेंगांधीनगरसेलखनऊ
किशनकेसाथनरेशऔरउनका12लोगोंकापरिवारगुजरातकेगांधीनगरमेंरहकरमजदूरीकरताथा।सिद्धार्थनगरआनेकेलिएरोजाना40किलोमीटरदूरअहमदाबादजाकरजिलाआफिसकेधक्केखाए।जबकोईइंतजामनहोसकाऔरपासमेंहजाररुपयेकेकरीबबचेतोछोटेसेलोडरमेंएकमहिलासहित12लोगसवारहोगए।शिवपुरीकेबादकईबारगाड़ीखराबहुई।लेकिनकिसीतरहउसेठीककरतेहुएसभीलोगलखनऊतकआपहुंचे।अबउन्हेंउनकीमंजिलनजदीकनजरआरहीहै।
कानपुरसेलाकरलखनऊछोड़गईबस
कानपुरदेहातकेअकबरपुरमेंरहकरमार्केटिंगकाकामकरनेवालेरोहितऔरउनकेसाथीवहांसेदेवरियाजानेकेलिएपैदलनिकलपड़े।कानपुरतकवहट्रकसेआए।कानपुरसेबसमेंबैठाकरबोलागयाकिदेवरियातकलेचलेंगे,लेकिनशहीदपथपरआनेकेबादबसवालेनेउतारदिया।बोलाकियहांसेदूसरीबसमिलजाएगी।आधेरास्तेमेंफंसेतीनोंमित्रदेरशामतकदूसरीबसकाइंतजारकरतेरहे।