नयीदिल्ली,21मई(भाषा)दिल्लीउच्चन्यायालयनेकहाहैकिऐसेगैर-सहायताप्राप्तनिजीस्कूलजिन्हेंभूमिकेस्वामित्ववालीएजेंसीद्वाराजमीनआवंटितकीगईहैऔरफीसमेंवृद्धिकेलिएशिक्षानिदेशालयकीपूर्वमंजूरीकीशर्तनहींहै,वेऐसीअनुमतिकेबिनाशुल्कमेंवृद्धिकरसकतेहैं।न्यायमूर्तिसीहरिशंकरनेकहाकिकिसीस्कूलद्वाराजमाकिएगएफीसविवरणकेसाथहस्तक्षेपकाशिक्षानिदेशालयकेपासतभीअधिकारहोगाजबउसेलगताहैकिशुल्कमेंप्रस्तावितवृद्धिसेमुनाफाखोरीहोगीऔरशिक्षाकाव्यवसायीकरणहोगा।उच्चन्यायालयकायहफैसलाशिक्षानिदेशालयके18जुलाई,2017केएकआदेशकोनिरस्तकरतेहुएआयाकिरामजसस्कूल(आरकेपुरम)शैक्षणिकसत्र2016-17केलिएफीसमेंवृद्धिनहींकरसकताहै।उच्चन्यायालयने18जुलाई,2017केशिक्षानिदेशालयकेआदेशकोखारिजकरतेहुएयाचिकाकर्ता(रामजसस्कूल)कोराहतप्रदानकिया।रामजसस्कूलकेअनुसार,उसे1974मेंभूमिऔरविकासकार्यालय(एलएंडडीओ)द्वाराभूमिआवंटितकीगईथीऔरसंस्थाकोभूमिकेआवंटनसेसंबंधितदस्तावेजमेंसेकिसीमेंयहप्रावधाननहींथाकिफीसमेंवृद्धिकरनेसेपहलेशिक्षानिदेशालयसेपूर्वअनुमतिलेनीहोगी।