जागरणसंवाददाता,रामपुर:साईंविहारकालोनीस्थितज्ञानसरोवरधर्मशालामेंसंस्थामददएकआसकीओरसेचलरहीश्रीमदभागवतकथामेंवृंदावनसेआएकथावाचकसुलभशास्त्रीएवंआकृतिकिशोरीनेगणेशवंदनाकेसाथकथाशुरूकी।इसदौरानउन्होंनेश्रीकृष्णजीकीविभिन्नबाललीलाओंकाबहुतहीसुंदरढंगसेवर्णनकिया।
कथावाचकसुलभशास्त्रीनेकहाकिभक्तोंकीरक्षाकेलिएभगवानपृथ्वीपरअवतारलेतेहैं।कंसकावधकरनेकेलिएश्रीकृष्णजीकेरूपमेंभगवाननेअवतारलियाथा।कंसकोजबमालूमहुआकिश्रीकृष्णउसकाकालहैतोउन्होंनेश्रीकृष्णजीकोमारनेकेलिएकईबारराक्षसभेजे।इनमेंएकबारउसनेपूतनाकोभेजामगरभगवानश्रीकृष्णजीनेपूतनाकावधकरदिया।इसदौरानसभीनेजमकरजयकारेलगाए,जिससेआसपासकावातावरणभक्तिमयहोगया।अंतमेंआरतीकरसभीकोप्रसादवितरितकियागया।
इसमौकेपरहरियाणसिंहयादव,संदीपसोनी,अमितअग्रवाल,ओमप्रकाशश्रीवास्तव,आनंदप्रकाशशर्मा,अनुरागशर्मा,राजूकुमार,सौरभकुमार,प्रतीकशर्मा,रजत,अमितशर्मा,अरविदशर्मा,विश्वनाथप्रसादमिश्राआदिमौजूदरहे।प्रभुनामस्मरणसेहोताहैकल्याण:भैय्यालालजागरणसंवाददाता,रामपुर:राधा-कृष्णगौशालान्यासकीओरसेकोसीमार्गस्थितउत्सवपैलेसमेंचलरहीश्रीमदभागवतकथामेंबुधवारकोकथाव्यासभैय्यालालशुक्लानेकहाकिभगवानभक्तोंकीरक्षाकेलिएनंगेपैरदौड़ेचलेआतेहैं।प्रभुप्रेमकेभूखेहैंऔरकलियुगमेंप्रभुनामस्मरणसेहीजीवमात्रकाकल्याणहोताहै।इसदौरानउन्होंनेश्रीकृष्णऔरसुदामाजीकीमित्रताकाबहुतहीसुंदरढंगसेवर्णनकिया।पत्नीकेकहनेपरसुदामाअपनेमित्रश्रीकृष्णजीसेमिलनेपहुंचतेहैंतोसुदामाकीहालतदेखकरश्रीकृष्णजीकेआंखोंसेआंसूनिकलनेलगतेहैं।वहसुदामाकेपैरोंकोअपनेआंसुओंसेहीधोदेतेहैं।यहसुनकरसभीलोगभाव-विभोरहोगए।इसकेबादश्रीकृष्णविवाह,शिशुपालवधआदिकाप्रसंगसुनाए।इसदौरानकथाव्यासनेकहाकिकथाकेसंपन्नहोनेपरबृहस्पतिवारकीसुबह10बजेसेयज्ञहोगाऔरदोपहर12बजेसेभंडाराहोगा।सभीभक्तोंसेयज्ञमेंशामिलहोनेकाआहवानकिया।इससेपूर्वमुख्ययजमानप्रदीपकुमारसक्सेनाएवंसंजीवदयालनेपूजनकिया।आरतीकेबादसभीकोप्रसादवितरितकियागया।
इसमौकेपरपूर्वमंत्रीशिवबहादुरसक्सेना,नरेशचंद्रशर्मा,रामदत्तशर्मा,मुरारीलाल,वीकेजौहरी,सीतारामशर्मा,शिवहरि,सुनीलकौशिक,संजीवदयाल,रामबाबूगुप्ता,राजकुमारशोरी,राधेश्याम,नरेशचंद्रशर्मा,नरेशगुप्ता,वेदप्रकाशगोयल,प्रदीपकुमारगुप्ता,विनोदकुमारगुप्ता,वीरेंद्रशर्मा,किशोरीलाल,विश्वनाथमिश्रा,चंद्रप्रकाश,रामौताररसिक,कृष्णकुमार,रामकृष्णशर्मा,अतुलमिश्रा,बंटामहाराज,प्रमोदपांडे,अमर,वीना,ममताआदिमौजूदरहे।