कांवड़शिवकीआराधनाकाएकरूपहै।इसयात्राकेजरिएजोशिवकीआराधनाकरलेताहै,वहधन्यहोजाताहै।वेद-पुराणोंसहितभगवानभोलेनाथमेंभरोसारखनेवालोंकोविश्वासहैकिकांवड़यात्रामेंजहां-जहांसेजलभराजाताहै,वहगंगाजीकीहीधाराहोतीहै।कांवड़केमाध्यमसेजलचढ़ानेसेमन्नतकेसाथचारोंपुरुषार्थोंकीप्राप्तिहोतीहै।इसलिएभगवानशिवकासारेविश्वमेंअभिषेकहोताहै।सावनमासमेंकोईव्रतरखताहैतोकोईसोमवारको,परंतुसबसेमहत्वपूर्णआयोजनकांवडयात्राएंहैंजिनकागंतव्यशिवसेसंबंधितदेवालयहोतेहैं।यहांजाकरभगवानशिवकाजलाभिषेककरतेंहैं।भगवानभोलेनाथकाध्यानजबहमकरतेहैंतोश्रावणकामहीना,रूद्राभिषेकऔरकांवड़काउत्सवआंखोंकेसामनेहोताहै।शिवभूतनाथ,पशुपतिनाथ,अमरनाथआदिसबरूपोंमेंकहींनकहींजल,मिट्टी,रेत,शिला,फल,पेड़केरूपमेंपूज्यनीयहैं।जलसाक्षात्शिवहै,तोजलकेहीजमेरूपमेंअमरनाथहैं।बेलशिववृक्षहैतोमिट्टीमेंपार्थिव¨लगहै।गंगाजल,पारद,पाषाण,धतूराफलआदिसबमेंशिवसत्तामानीगईहै।कंधेपरगंगाकोधारणकिएश्रद्धालुइसीआस्थाऔरविश्वासकोजीतेहैं।कहाजाताहैकिकांधेपरकांवड़रखकरबोलबमकानारालगातेहुएचलनाभीकाफीपुण्यदायकहोताहै।इसकेहरकदमकेसाथएकअश्वमेघयज्ञकरनेजितनाफलप्राप्तहोताहै।यूपी,बिहारसहितदिल्ली,हरियाणा,राजस्थानतकमेंकांवड़लानेकाप्रचलनहै।घरोंमेंभीप्राय:श्रद्धालुशिवालयोंमेंजाकरसावनमासमेंभगवानशिवकाजलाभिषेक,दुग्धाभिषेक,करतेहैं।
-पं.महेशपत्सारिया,नर¨सहमंदिरकटलाबाजार