भारत की गणितीय परंपरा को सर्वश्रेष्ठ स्थान : खरोला

जागरणसंवाददाता,उत्तरकाशी:विश्वमेंजहांभीसंख्याओंपरआधारितखोजोंएवंविकासकीबातहोतीहै,तोभारतकीगणितीयपरंपराकोसर्वश्रेष्ठस्थानदियाजाताहै।भारतमेंशून्यएवंदशमलवजैसीबुनियादीगणितीयखोजेंहुईहैं।यहबातराइंकाभंकोलीमेंआयोजितकार्यक्रममेंगणितकेसेवानिवृत्तशिक्षकशूरवीरसिंहखरोलानेबतौरमुख्यअतिथिकही।

रविवारकोयूकोस्टएवंराष्ट्रीयविज्ञानएवंप्रौद्योगिकीविभागकीओरसेअस्सीगंगाघाटीकेदूरस्थविद्यालयराइंकाभंकोलीमेंगणितदिवसउत्सवकार्यक्रमकाआयोजनकियागया।कार्यक्रममेंमुख्यअतिथिसेवानिवृत्तशिक्षकशूरवीरसिंहखरोलानेअपनीओरसेनिर्मितसामग्रीसेगणितकेसिद्धांतोंपरआधारितगणनाओंकोसरलतासेछात्रोंकेसम्मुखप्रस्तुतकरगणितकेप्रतिरोचकतापैदाकी।यूकोस्टकेजनपदीयगणितएवंविज्ञानसमन्वयकडॉ.शम्भूप्रसादनौटियालनेछात्र-छात्रोंकोजानकारीदीकिविज्ञानकेजिनसिद्धांतोंकेआधारपरखड़ेहोकरहमतरक्कीकादंभभरतेहैं,वहगणितकेबिनाबिल्कुलसंभवनहींथीं।ऐसेमेंआजअगरहमभारतीयगणितज्ञोंकेकार्यऔरउनकेयोगदानकोयादकरतेहैंऔरभारतभूमिसेउनकेजुड़ावकाउत्सवमनातेहैंतोयहगौरवकीबातहै।इसअवसरपरजनपदीयगणितउत्सवसमितिकेसदस्यअजयप्रकाशसेमवाल,भागेंद्रसिंहनेगी,जफर,अमेंद्रसिंहअसवालतथाकार्यक्रमस्थलकेसंयोजकवप्रधानाचार्यकामदेवसिंहपंवार,धीरजनौटियाल,जगमोहननौटियालसहितविद्यालयकेशिक्षकतथाछात्र-छात्राएंउपस्थितथे।