हरदोई:जाड़ेकीदस्तकहोचुकीहै।रातहीनहींदिनमेंभीइसकाअसरदिखनेलगाहै।लोगसर्दकपड़ोंमेंलिपटेनजरआरहेहैं।छोटेबच्चोंकेस्कूलकासमयनहींबदलाहै।ठंडमेंउन्हेंअलसुबहस्कूलजानापड़रहाहै।गुरुवारकीसुबहगलनरही।हालांकिदोपहरकोधूपनिकलनेसेराहतकीसांसली।
बुधवारसेगलनशुरूहुईजोकिजारीहै।गुरुवारकीसुबहसर्दीमेंबच्चेदुबकेहुएस्कूलजातेदिखे।वैसेसर्दीकेमौसममेंविद्यालयोंकासमयपरिवर्तितहोजाताहै,लेकिनअभीऐसाकुछनहींहुआहै।बच्चेसर्दीमेंविद्यालयजारहेहैं।बच्चेतोपरेशानहोहीरहेहैं,उनकेअभिभावकोंकोभीदिक्कतउठानीपड़रहीहै।अभिभावकोंकाकहनाहैकिअबसर्दीशुरूहोगईहै।विद्यालयकेसमयमेंभीपरिवर्तनहोनाचाहिए।
-जिलाबेसिकशिक्षाअधिकारीहेमंतरावकाकहनाहैकिअभीसर्दीशुरूहुईहैऔरमौसमअभीसहीहैजिसकेचलतेविद्यालयोंमेंसमयपरिवर्तनजैसीकोईबातनहींहै।अधिकसर्दीपड़नेपरउच्चाधिकारियोंकेआदेशपरअवकाशभीहोसकताहै।