जागरणसंवाददाता,सहरसा।जिलेकेविभिन्नप्रखंडोंकेकरीबसातहजारसेअधिकबच्चेस्कूलनहींजारहेहै।इनबच्चोंकोकिसीस्कूलमेंनामांकननहींकरायागयाहै।आर्थिकस्थितिकमजोरएवंअशिक्षाकेकारणअभिभावकबच्चोंकोस्कूलभेजनेमेंअसमर्थहै।शिक्षाविभागनेशिक्षासेवंचितबच्चोंकोनामांकनकेलिएटोला-मुहल्लाजनसंपर्कअभियानचलाकरउसेपासकेस्कूलमेंनामांकितकरनेकाअभियानभीचलायाहै।इसकेबादभीसैकड़ोंबच्चेशिक्षासेवंचितहै।जिलेकेविभिन्नप्रखंडोंमेंविशेषकरग्रामीणक्षेत्रोंमेंबच्चेशिक्षासेवंचितहै।आर्थिकरूपसेकमजोरएवंशिक्षाकेप्रतिउदासीनरहनेवालेअभिभावकअपने-अपनेछोटे-छोटेबच्चोंकोस्कूलनहींभेजतेहे।जिसकारणहीऐसेबच्चेआजभीशिक्षासेवंचितहै।शहरकेबसस्टैंड,गांधीपथ,नयाबाजार,गौतमनगर,सहरसाबस्ती,बटराहासहितअन्यइलाकोंमेंआजभीबच्चोंकीटोलीअपनीबस्तियोंमेंहीखेलतेनजरआतीहै।हालांकिअभीतोकोरोनाकालहै।इसीलिएस्कूलबंदहै।लेकिनस्कूलखुलनेकेबादभीइनकेबच्चेकमहीस्कूलमेंनजरआतेहैं।हटियागाछीमेंरहनेवालेमजदूरदिनेशबतातेहैकिबच्चेकोलाचारीमेंस्कूलनहींभेजतेहैं।पहलेपेटकीचिंतासतातीहै।कामनहींकरेंगेतोखाएंगेक्या?इसीलिएबच्चेकोनभेजकरउसेकामकरनासिखातेहैकिइससेघरकीआमदनीबढे़गीऔररोटीकीसमस्यासमाप्तहोगी।
शिक्षाविभागनेचलायाथानामांकनपखवाड़ा
राज्यसरकारकेनिर्देशपरकोरोनाकालमेंबंदपड़ेस्कूलकोलेकरशिक्षाविभागनेपूरेजिलेमेंजुलाई-अगस्त20मेंनामांकनपखवाड़ाचलायाथा।जिसमेंजिलेमेंकरीब50हजारशिक्षासेवंचितबच्चोंकानामांकनकियागयाथा।इसकेबादभीहजारोंबच्चेशिक्षासेवंचितहै।
जिलेमेंकरीबसातहजारबच्चेहैवंचित
शिक्षाविभागद्वाराकराएगएसर्वेक्षणमेंकरीबसातहजारबच्चेशिक्षासेवंचितहै।जिसमेंछहवर्षसेदसवर्षकेआयुकेकरीबचारहजारबच्चेएवं11से14वर्षकेआयुकेकरीबतीनहजारबच्चेस्कूलनहींजारहेहैं।
जिलेमेंशिक्षासेवंचितबच्चोंकोस्कूलसेजोड़नेकेलिएविभागद्वारानामांकनपखवाड़ाचलायागयाहै।जिसकेतहतहजारोंबच्चोंकोउसकेघरकेनजदीककेस्कूलमेंनामांकनकोरोनाकालमेंकरवायागयाहै।अभीछोटे-छोटेबच्चोंकेस्कूलमेंशिक्षणकार्यबंदहै।शिक्षासेवंचितसभीबच्चोंकानामांकनस्कूलमेंकरवायाजाएगा।-जियाउलहोदाखां,जिलाकार्यक्रमपदाधिकारी,सर्वशिक्षाअभियान